शब-ए-बारात का जश्न मनाने सड़कों पर आए तो होगी कड़ी कार्रवाई, तैयार है दिल्ली पुलिस

लॉकडाउन में बृहस्पतिवार, 9 अप्रैल को शब-ए-बारात आ गई है। मुस्लिम समुदाय के लिए इबादत और फजीलत (ज्ञान अर्जन) की रात। माना जाता है कि इस रात अल्लाह की रहमत बरसती है। इस रात को मुस्लिम समुदाय के लोग इबादत करते हैं और अपने गुनाहों से तौबा करते हैं।


पिछले कई वर्षों से देखने में आया है कि शब-ए-बारात वाली रात को मुस्लिम समुदाय के युवा दिल्ली की सड़कों पर समूह में निकलते हैं। खासतौर पर दुपहिया वाहनों पर सवार होकर वे एक जगह से दूसरी जगह पर जाते हैं।

दिल्ली पुलिस ने इस बार तय कर लिया है कि शब-ए-बारात पर निजामुद्दीन मरकज वाली गलती नहीं दोहराई जाएगी। कोरोना का लॉकडाउन है और राष्ट्रीय राजधानी में पॉजिटिव केस बढ़ रहे हैं, हजारों लोग क्वारंटीन में हैं, इसके चलते अगर कोई शब-ए-बारात में बाहर निकला तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
 

बता दें कि दिल्ली में पिछले एक दशक से शब-ए-बारात में नया ट्रेंड देखने को मिला है। मुस्लिम समुदाय के सैंकड़ों युवा इस रात को बाइक पर एक साथ निकलते हैं। शब-ए-बारात के दौरान ट्रैफ़िक के नियमों का उल्लंघन रोकने तथा शांति व्यवस्था बनाए रखने के बंदोबस्त के लिए लोकल पुलिस और ट्रैफ़िक पुलिस के अलावा केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाता है।